कुड़वार थाना अंतर्गत भंडरा परशुरामपुर से जुड़ा मामला
आत्माराम के जाल में जो भी फंसा वहीं आया जाँच के दायरे मे
जिले का पूर्व सहायक कोषाधिकारी आत्माराम बना झांसाराम इसके चक्कर में आए राजस्व कर्मियों की मुसीबत बढ़ गई है प्रभाव में कर दिया नियम विरुद्ध काम जो अब बन गया गले की फांस
शिकायतों का अंबार लगा तो खुलने लगी परत दर परत कूट रचना की कहानी
जिम्मेदार अफसरो के विभाग में तैनात बाबुओ की कारगुजारी से अफसर सांसत में
दिनभर विभाग में बैठकर 10, 20, 50 ,100,रूपये की बाट जोह रहे बाबुओ ने अधिकारियों की गर्दन पर डाल कानून का फंदा दिया है कभी जांच के दायरे में फंसे तहसीलदार कभी एसडीएम अब जांच के रडार में जिले के मुख्य राजस्व अधिकारी व अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना के हंटर और आरटीआई एक्टिविस्ट की शिकायतों से हड़कंप मच गया है
कैसे सहायक कोषाधिकारी रहते अपने प्रभाव का प्रयोग कर आत्माराम मिश्रा ने गांव की सरकारी जमीन पर पट्टा लेने का रचा खेल खोल कर रख दी विभागों में भ्रष्टाचार कदाचार व नियम विरुद्ध कागजी खेल की कलई खोल दी है जांच होने लगी तो खुलने लगे राज भूमि प्रबंध समिति के अध्यक्ष व सचिव तत्कालीन लेखपाल द्वारा अपात्र बनाए जाने के बावजूद जिला अधिकारी कार्यालय का कथित फर्जी आदेश लेकर पट्टा अपने नाम करा लिया जबकि सरकारी सेवा में रहते नहीं हो सकता उनके नाम कोई भी आवासीय पट्टा
बड़ा सवाल बरसों सरकारी जमीन पर काबिज हो करते रहे उपयोग
आखिरकार जब आत्माराम मिश्रा ने नहीं मांगा पट्टा तो जबरन क्यों दे दिया गया