रामगंगा विहार ,गोविंद नगर ,गांधीनगर, कंठ रोड ,दिल्ली रोड, अवंतिका कालोनी, सहित कई जगह नियम ताक पर रख कर 2 वर्षों में बन गए 100 से ज्यादा बेसमेंट
एमडीए के अधिकारी खामोश उन्हें पता ही नहीं क्या करनी है कार्यवाही
जब से दिल्ली कोचिंग सेन्टर के बेसमेंट में पानी भरने का हादसा हुआ है तब से पूरे देश में कोहरा मचा है और शासन ने बिना मानक पूरे किये बेसमेंट बनने पर रोक लगा दी है लेकिन मुरादाबाद में प्रशासनिक अधिकारी अवैध बेसमेंट बनने पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहे विभागीय अधिकारियों की सांठ-गांठ से घनी आबादी में भी बेसमेंट तैयार हो जाता है और अधिकारी मौके पर जांच तक नहीं करते केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार के सीधे आदेश हैं की अवैध बेसमेंट को बंद किया जाए लेकिन अधिकारियों को सुविधा शुल्क की मोटी रकम से बड़ा लगाव है और जिम्मेदार अधिकारी अपनी आंखें बंद कर लेते हैं आपको बता दें ऐसा ही एक मामला मुरादाबाद की घनी आबादी में सामने आया है जिसमें 15 फीट गहरा बेसमेंट बनकर तैयार हो गया मामला महानगर के मोहल्ला जिलाल स्ट्रीट मंडी चौक नगर निगम वार्ड 54 का है जहां पर काफी घनी आबादी है और कई बड़े पुराने मकान बने हुए हैं
जिनको गिरने का नोटिस भी दिया गया है सराफा बाजार स्थित संतोष ज्वैलर्स के मालिक संतोष अग्रवाल द्वारा जिलाल मोहल्ले में लगभग 500 मीटर में बने तीन मंजिल बने तीन मकान को खरीदा गया उक्त मे भारी संख्या में काफी मजदूर लगाकर गिरा दिया गया और उक्त जगह पर 15 से 20 फीट गहरा बेसमेंट बना दिया जिसमें अभी कोई स्वीकृति मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने नहीं दी है और ना ही केंद्रीय भू जल प्राधिकरण अथवा खनन विभाग से कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र लिया गया है यहां तक की नगर निगम से भी कोई अनुमति नहीं दी गई है बताया जाता है कि उक्त व्यक्ति का काफी बड़ा राजनीतिक रसूख है जो वर्तमान सरकार में भी कायम है सूत्रों के मुताबिक संतोष अग्रवाल स्वयं मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारी से मिलकर भी आए हैं और यह भी संज्ञान में आया है की संतोष अग्रवाल की मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के अधिकारी से मुलाकात भी हो गई है तब क्या उन्होंने इस बेसमेंट की स्वीकृति प्रदान कर दी है यह तो वक्त ही बता पाएगा