27 सितंबर 2024,
मुरादाबाद। जिले की तहसील ठाकुरद्वारा में शुक्रवार सुबह बवाल हो गया। ट्रैक्टर के नीचे आने से मौत होने पर ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। ग्रामीणों ने एक सिपाही पर हमला बोल दिया और उसकी बुरी तरह पिटाई की गई, मारपीट के दौरान सिपाही की वर्दी फट गई और वह हमले से बेसुध होकर जमीन पर गिर गया। पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठी भांजकर सिपाही को बचाया है। ग्रामीण की मौत के लिए चार सिपाहियों पर आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। दरअसल पूरा मामला मिट्टी का खनन और उसकी रिश्वत से जुड़ा हुआ दिखाई देता है।
27 सितंबर 24, मुरादाबाद। जिले की तहसील ठाकुरद्वारा में शुक्रवार सुबह बवाल हो गया। ट्रैक्टर के नीचे आने से मौत होने पर ग्रामीणों ने पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। ग्रामीणों ने एक सिपाही पर हमला बोल दिया और उसकी बुरी तरह पिटाई की गई, मारपीट के दौरान सिपाही की वर्दी फट गई और वह हमले से बेसुध होकर जमीन पर गिर गया। पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठी भांजकर सिपाही को बचाया है। ग्रामीण की मौत के लिए चार सिपाहियों पर आरोप लगाकर रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। दरअसल पूरा मामला मिट्टी का खनन और उसकी रिश्वत से जुड़ा हुआ दिखाई देता है।
ठाकुरद्वारा थाना क्षेत्र के गांव तरफदलपत निवासी ट्रैक्टर चालक लोकेश कुमार उर्फ मोनू (28) की लाश शुक्रवार सुबह सड़क से पचास मीटर अंदर खेत में मिली। आरोप है कि लोकेश से धन उगाही के लिए पुलिस वाले उसका पीछा कर रहे थे जिससे हादसा हुआ और मौत हो गई। सुबह खबर तेजी से फैली तो ग्रामीण मौके पर एकत्र हो गए और पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा करते हुए सड़क पर जाम लगा दिया। इस बीच मौके पर आए सिपाही अनीस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने लाठी-डंडों व लात-घूसों से सिपाही की पिटाई की। इस दौरान बीच बचाव करते सिपाही भी ग्रामीणों के आक्रोश का शिकार हुए। हंगामा बढ़ा तो आसपास के गांव के लोग भी मौके पर एकत्र होने लगे। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद बेसुध पड़े सिपाही अनीस को उठाकर उपचार के लिए भेजा है। सूचमा मिलते ही आसपास के थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया गया तथा एसपी ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पुब्लिक को समझाकर बुझाकर शांत किया। गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
पुलिस के खिलाफ भी एफआईआर
बताया जाता है कि लोकेश उर्फ मोनू पुत्र धर्मपाल सैनी टैक्ट्रर से मिट्टी ढोने का काम करता था। परिवार का आरोप है कि पुलिसवाले मोनू से जबरन ये कार्य कराते थे और उसकी वज में पैसे भी लेते थे। बीती रात वह घर लौट रहा था तभी पुलिस टीम ने उसका पीछा शुरू कर दिया। इस बीच गांव राघुवाला और तरफदलपत के बीच मोनू की हादसे में मौत हो गई। पिता धर्मपाल सिंह ने रिपोर्ट में कहा है कि उन्होंने मोनू को तलाश किया तो वह ट्रैक्टर के पहिये के नीचे दबा हुआ मिला। ग्रामीणों ने एक सिपाही को बंधक बना लिया था जिसे छुड़ाने कोतवाली पुलिस आई थी। इसी बीच ग्रामीण भड़क गए और सिपाही पर हमला बोल दिया। सुबह करीब दस बजे ग्रामीण लाठी-डंडा लेकर पुलिस टीम पर हमला बोल दिए। इस दौरान करीब आधे घंटे तक जमकर मारपीट पथराव हुआ। पुलिसकर्मी जान बचाकर इधर-उधर भागते नजर आए। भाजपा नेता ने भी ग्रामीणों को शांत कराने का प्रयास किए, लेकिन ग्रामीणों ने किसी की नहीं सुनी। हमले में पांच-छह पुलिस कर्मियों को चोट आई है। एसपी देहात कुंवर आकाश सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे बातचीत करके ग्रामीणों को शांत कराया। एसपी देहात ने जांच करके निष्पक्ष कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। अनीस व नरेश समेत चार पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने कहा है कि घटना की निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।