ना लिफ्ट की स्वीकृति ,
ना अग्निशमन विभाग की स्वीकृति
ना विद्युत सुरक्षा निदेशालय की स्वीकृति

मुरादाबाद की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण सवाल है कि यदि गली कुचों में संचालित हो रहे बैंक्विट हॉल में कोई हादसा हो जाता है तो कितने लोगों पर आफत आएगी यह किसी को नहीं पता फिर किसकी शह पर चल रहे हैं बड़े-बड़े बैंक्विट हॉल यह एक सवाल जो मुरादाबाद के हर आदमी के जहांन में उठता है आखिर क्या वजह है क्यों इन्हें संचालित होने दिया जा रहा है ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी संबंधित अधिकारियों को नहीं हो , जानकारी सबको है लेकिन वास्तविकता कुछ और ही है आपको बता दें की अशर्फी बैंकट हॉल यूं ही सील नहीं किया गया इसके पीछे भी कई कारण हैं और ऐसे कई बैंक्विट हॉल संचालित हो रहे हैं जिन पर अनापत्ति प्रमाण पत्र के नाम पर केवल कोरा कागज है और अधिकारी यह बात जानते हैं फिर क्यों नहीं हो रही इन अवैध बैंक्विट हॉल पर कार्यवाही यह बड़ा सवाल है